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पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चाद पर प्रश्चा

मनोज इनसे मिलो यहाँ अशोक पतेल मेरे कुलीग और यहाँ इनकी वाइब सविता

अरे यार यह डिनर पाटी कब खत्म होगी

भेचारा लता जैसी मोटी बीवी के साथ इसकी जिंदगी कितनी थंडी और नीरस होगी

सविता तुम तो इसकी जिंदगी रंगिन बना ही सकती हो

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